जो भी यारो ख़ुदी को भूल गया, वो तो फिर ज़िन्दगी को भूल गयाl ख़ुदी=आत्मसम्मान, स्व, निजत्व, self आमजन के सुने मसाइल तो, अपनी कम-फ़ुर्सती को भूल गया। मसाइल=समस्याएं; कम-फ़ुर्सती= व्यस्तता, फ़ुरसत का समय कम होना, ख़ाली समय कम होना: फेसबुक के हसीन झांसों में, आदमी, आदमी को भूल गया ख़ूब तर्कों को दे रहा था जो, बात क्या थी उसी को भूल गया जब किया नौकरी का फ़र्ज अदा, दोस्ती-दुश्मनी को भूल गया। काम में डूब के सुकूँ वो मिला, मैं ग़म-ए-ज़िंदगी को भूल गया। याद में यह मुकाम भी आया, एक दो पल उसी को भूल गया। 'maahir'